पटना, 9 मई 2021:: बिहार झारखंड, हरियाणा और दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों व शिक्षकों के संयुक्त प्रयास से बिहार और अन्य सभी राज्यों में कोरोना महामारी से उपजे तनाव व दबाव से बाहर निकलने के लिए आम लोगों के लिए राष्ट्रीय बेबिनार का आयोजन किया गया।आज के इस आयोजन के माध्यम से डॉ॰ मनोज कुमार, मनोवैज्ञानिक चिकित्सक द्वारा लोगों को वर्तमान समय में होनेवाले तनाव, दबाव से होनेवाले चिंता व कोविड फोबिया के बारे में अहम रूप से जानकारी दी गयी। डॉ॰ कुमार ने अपने संबोधन में बताया की मौजूदा समय में कोविड महामारी से लोगों के बीच में एक असुरक्षा का भाव पनपा है जिसे प्रबंधित किया जाना बहुत ही आवश्यक है। उन्होंने यह भी बताया की बिहार में लौकडाउन को लेकर लोगों में स्ट्रैश का लेवल बढ रहा है जिसे व्यक्तिगत तौर पर व्यवस्थित करना आवश्यक है। डॉ॰ मनोज ने साफ तौर पर बताया कि अभी के समय में लोग तुरंत महामारी के परिणाम व इसकी गंभीरता के प्रति सजग होने के बजाए लंबे समय तक उसके दूरगामी परिणामों पर चर्चा करना पसंद कर रहे जो की अनुपयुक्त है। वैश्विक महामारी से हो रहे नुकसान के बारे में सोचने से लोगों में डर और अकारण ही मन में असहायता जैसे अनुभव पनप रहे हैं। इससे उनमें अतार्किक रूप से होनेवाले दुर्भीती या कोविड फोबिया पनप रहा।इनसब का असर उनमें अब ज्यादातर शारीरिक रूप में उभर रहा है। अभी लोगों में ज्यादातर बदन दर्द की आम शिकायतें, बेचैनी और सीने में तेज धङकन की शिकायतें ब्यान की जा रही हैं। शरीर में रूखापन व गले रूंधे व सूख जा रहें हैं ।कुछ लोगों में डायरिया व ज्यादा पसीने निकलने के कंपलेन्स मिल रहें हैं। लोग रिलेक्स करने की कोशिश कर भी रहें तो हो नही रहें ।इस तरह के लक्षणों से निपटने के लिए मनोवैज्ञानिक चिकित्सक डॉ॰ मनोज कुमार ने अपने संबोधन में बताया की लोगों को इस विषम परिस्थिति में अपने परिवार के साथ जुङे रहना चाहिए। खुलकर अपनी परेशानियां व्यक्त करने व रोजमर्रा के रूटीन में गुणवत्ता पूर्ण सुधार करने से भी स्ट्रैश लेवल कम किया जा सकता है। इसके आलावा संगीत सुनने व खुद का मूल्यांकन भी आत्मविश्वास को बढाता है बर्शते की यह मूल्यांकन किसी के साथ या अन्य जन के प्रति तुलनात्मक तरीके से न किये जा रहें हो तब।इस अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय ,भारती कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर नीतीन वर्मा द्वारा युवाओं व इस क्षेत्र में कार्यरत प्रोफेशनल को मोटीवेट किया गया ।आज के इस राष्ट्रीय बेबिनार में कोविड स्ट्रैश व कोविड फोबिया के बारे में संयुक्त रूप से शिवानी, फरहत अदीबा, शबनम परवीन, कीर्ती किशोर, मैमूना खातून व मिसेज सीमा नसरीन द्वारा शोधपरक प्रस्तुति दी गयी।इस बेबिनार में शरीक हो रहे सैकङों लोगो के समक्ष रांची की रेकी हीलर सह काउंसलर ईशा कुन्दू द्वारा लाइव मेडिटेशन के माध्यम से तनाव मुक्त होने के लिए प्रैक्टिस करवाया गया जिससे सभी शामिल लोगों ने किया और लाभ उठाया।