‘योग- दर्शन’ दिव्यांगजनों के लिए ‘योग का महत्व’ पुस्तक का लोकार्पण

Yoga & Spirituality

पटना: 13 दिसम्‍बर 2021:: बिहार इंस्टिट्यूट ऑफ़ योग, स्प्रिचुअल हीलिंग नेचुरोपैथी एंड आयुर्वेद रिसर्च, पटना के तत्‍वाधान में दिनांक 11 दिसम्‍बर 2021 को अपराहण् 3 बजे से दिव्यांग जनों के लिए योग का महत्त्व पुस्तक “योग दर्शन” (आसन, प्रणायम, ध्‍यान और ज्ञान दर्शन आदि) का लोकार्पण किया गया। यह पुस्‍तक योग शिक्षण एवं गतिविधियों पर सुबोध पुस्‍तक है। आज याग दर्शन पुस्‍तक के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्‍य अतिथि डा० शिवाजी कुमार (लेखक सह दिव्‍यांगजन विशेषज्ञ) उपस्थित थे। विशिष्‍ट अतिथि मधु श्रीवास्‍तव (अधिवक्‍ता सह समाजसेवी), अवधेश झा (योग विशेषज्ञ एवं सह लेखक), सुलेखा कुमारी (योग विशेषज्ञ एवं सह लेखिका), संदीप कुमार (नेशनल ट्रेनर), सुगन्‍ध नारायण प्रसाद (दिव्‍यांगजन विशेषज्ञ), संतोष कुमार सिन्‍हा, पारितोष कुमार (नेशनल पारा शुटर), साथ पचास अधिक दिव्‍यांगजन, योगाचार्य, समाजसेवी उपस्थित थे। इस किताब का मुख्‍य उद्देश्‍य दिव्यांगजनों द्वारा किए जाने वाले उपयुक्त योगासन व इससे होने वाले लाभ के बारे में तथा योग के माध्‍यम से दैनिक जीवन में स्‍वस्‍थ्‍य रहने के बारे बताना एवं स्‍वास्‍थ्‍य के प्रति जागरूक करना है।

मुख्य अतिथि एवं लेखक डॉ शिवाजी कुमार ने बताये कि यह पुस्तक भारत के 5 करोड़ दिव्यांगजनों को समर्पित है तथा उनके शारीरिक, मानसिक व भावात्मक रूप से सबल और सक्षम बनाना हमारा उद्देश्य है। पुस्तक में दिव्‍यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 वर्णित सभी प्रकार दिव्यांगता के प्रकार का उल्लेख किया गया है तथा तकनीकी के साथ यह भी बताया गया है कि कौन सी बिमारी में कौन सा योग करना उपयोगी है। उन्‍होंन योग, एरोबेटिक, आदि के बारे में विस्तार से बताया। योग ऐसा माध्‍यम है जिसके द्वारा आज के दौर में स्‍वास्‍थ्‍य एवं इम्‍यूनिटी सिस्‍टम को बढ़ाये रख सकते हैं।

विशिष्‍ट अतिथि मधु श्रीवास्‍तवा ने बतायी कि यह पुस्तक पूर्णतः व्यावहारिक तथा ज्ञानवर्धक है इसमें प्रत्येक योगासन के बारे पहले संक्षिप्त तथा बाद में विस्तार से जानकारी दी गई है। उन्‍होंने सभी के दैनिक जीवन में योग के महत्‍व के बारे में भी बताया।

पुस्तक की सह लेखिका सुलेखा कुमारी ने बताई कि मेरा व्यक्तिगत अनुभव तथा योग के क्षेत्र जो ज्ञान दिव्यांग जनों के लिए आवश्यक था मैंने साझा किया है। यह पुस्‍तक दिव्‍यांगजनों के स्‍वास्‍थ्‍य लाभ के प्रती समर्पित है।

संदीप कुमार ने दिव्‍यांगजनों को एरोबिक के महत्‍व के बारे में विस्‍तृत रूप से बताया।

दिव्यांगजनों एवं योग विशेषज्ञ ने ‘’योग दर्शन’’ पुस्तक की काफी सराहना किया और कहा कि यह पुस्तक एक अद्भुत ज्ञानवर्धक पुस्तक है जिसमें शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहने के सारे योग के बारे में विस्‍तृत जानकारी उपलब्ध है। अन्‍त में सभी ने कहा करो योग रहो निरोग।

आज के योग दर्शन पुस्‍तक के लोकार्पण कार्यक्रम का संचालन संदीप कुमार एवं धन्‍यवाद ज्ञापन सुगन्‍ध नारायण प्रसाद द्वारा किया गया ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *