अधूरेपन में पूर्णता

शाम्भवी शैली कुछ कहानी अधूरेपन में भी पूरी होती है।वो पूरी किताब नहीं पर कविता सी होती है।।वो कुछ पलों में ही सदियां जी लिया करती है।कुछ कहानी अधूरेपन में भी पूरी हो जाती है।। वो न रात मांगती है, न दिन मांगती है।वो बस जिंदगी के लिए कुछ लम्हें मांगती है।।वो रिश्तो से प्यार […]

Continue Reading