रोहतास में प्रेरणा का नया केंद्र: सासाराम में गार्गी पाठशाला का शुभारंभ; आईपीएस विकास वैभव के प्रयासों से शिक्षा जागरण की ओर एक और कदम

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सासाराम, रोहतास : 28 अप्रैल 2025 :: रोहतास की ऐतिहासिक भूमि, जिसे आईपीएस अधिकारी विकास वैभव अपनी कर्मभूमि मानते हैं, एक बार फिर प्रेरणा और परिवर्तन का साक्षी बनी है। वर्षों से बिहार के विभिन्न जिलों में शिक्षा और उद्यमिता के प्रचार हेतु Let’s Inspire Bihar अभियान का नेतृत्व कर रहे श्री वैभव ने सासाराम के अमरातालाब क्षेत्र में गार्गी पाठशाला के 19वें केंद्र का उद्घाटन किया।

विकास वैभव ने भावुकता के साथ रोहतास से जुड़ी अपनी पुरानी स्मृतियों को साझा करते हुए कहा, “जब भी रोहतास आता हूँ, यात्री मन उन संघर्षों और सफलताओं की अविस्मरणीय गाथाओं में लौट जाता है, जिसने इस भूमि को मेरे लिए कर्मक्षेत्र के रूप में विशेष स्थान प्रदान किया।”

उन्होंने बताया कि गार्गी अध्याय की मुख्य समन्वयक नूतन पांडेय जी के नेतृत्व में आर्थिक रूप से वंचित विद्यार्थियों के लिए इस निःशुल्क शिक्षा केंद्र की स्थापना संभव हुई। 28 फरवरी 2025 को इसका शुभारंभ हुआ, और रविवार को पाठशाला के भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों के आत्मीय स्वागत ने उन्हें अत्यंत आह्लादित किया।

अपने संबोधन में श्री वैभव ने गार्गी अध्याय से जुड़ी सभी विदुषियों को बधाई देते हुए कहा, “वर्ष 2022 में जब डॉ. प्रीति बाला जी ने इस पहल की जानकारी दी थी, तब मन में संशय था कि क्या यह स्थायित्व पा सकेगी। आज गर्व के साथ देखता हूँ कि बिहार के 9 जिलों में गार्गी पाठशाला के 20 केंद्र सफलतापूर्वक संचालित हो रहे हैं। यह महिलाओं की अद्भुत प्रेरणा और समाज सेवा भावना का जीवंत उदाहरण है।”

उन्होंने बताया कि वर्तमान में बिहार के 13 जिलों में कुल 25 निःशुल्क शिक्षा केंद्र स्थापित हो चुके हैं, जिनमें से 20 केंद्र महिलाओं द्वारा संचालित किए जा रहे हैं। यह सामाजिक बदलाव का अत्यंत शुभ संकेत है।

नूतन पांडेय जी के समर्पण की विशेष सराहना करते हुए श्री वैभव ने कहा कि उनके प्रयास न केवल बच्चों को शिक्षा की ओर अग्रसर कर रहे हैं, बल्कि अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन रहे हैं। डॉ. प्रीति बाला जी को भी बधाई देते हुए उन्होंने 2028 तक बिहार के प्रत्येक पंचायत में शिक्षा प्रसार का संकल्प दोहराया ताकि 2047 तक विकसित भारत के सपने के साथ विकसित बिहार का निर्माण संभव हो सके।

कार्यक्रम के दौरान विकास वैभव ने घोषणा की कि 1 मई 2025 को गार्गी पाठशाला के तृतीय वार्षिकोत्सव के अवसर पर कुछ और नए केंद्रों की स्थापना भी प्रस्तावित है।

“यात्रा गतिमान है,” — इस उद्घोष के साथ उन्होंने अपने संदेश को समाप्त किया, जो बिहार में शिक्षा और प्रेरणा की अनवरत यात्रा का प्रतीक बन चुका है।

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