आईआईटी पटना : 20 जून 2025 :: आईआईटी पटना में आयोजित “ग्रामीण परिवर्तन” पर कॉन्क्लेव, विकसित भारत मिशन 2047 की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आईआईटी पटना में “ग्रामीण परिवर्तन” विषय पर एक राष्ट्रीय कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया, जो विकसित भारत मिशन 2047 की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस कॉन्क्लेव का उद्घाटन प्रो. टी. एन. सिंह, निदेशक, आईआईटी पटना, तथा अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा आत्मनिर्भर और समृद्ध ग्रामीण भारत के निर्माण के उद्देश्य से किया गया। इस कार्यक्रम में नीति निर्धारकों, तकनीकी विशेषज्ञों, विषय विशेषज्ञों और जमीनी स्तर के नवप्रवर्तकों को एक साझा मंच पर लाकर नवोन्मेषी, टिकाऊ और विस्तार योग्य समाधानों पर व्यापक चर्चा की गई।
इस अवसर पर डॉ. अनुप कुमार केशरी, डॉ. प्रवीण कुमार, श्री भीम कुमार गुप्ता आदि ने “विकसित भारत परियोजना – मिशन 2047” के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने ग्रामीण भारत को समावेशी विकास के इंजन में परिवर्तित करने के लिए सरकार, शिक्षा जगत, स्टार्टअप्स और नागरिक समाज की संयुक्त जिम्मेदारी को रेखांकित किया। इसके पश्चात विभिन्न विषयों पर केंद्रित सत्र आयोजित किए गए, जिनमें ग्रामीण विकास के विविध पहलुओं को उजागर किया गया। डॉ. अफसर इमाम, निदेशक, HSPC, नई दिल्ली ने नवीकरणीय ऊर्जा और हरित प्रौद्योगिकी, जैसे सोलर कोल्ड स्टोरेज और नैनोफाइबर नवाचारों पर प्रस्तुति दी। डॉ. जीना मैडम, गवर्निंग बोर्ड सदस्य, तीनभुवन सहकारिता विश्वविद्यालय, गुजरात एवं निदेशक, ILCS ने सहकारिता की भूमिका पर विस्तृत चर्चा की। ए. आर. यादव, SASPL महाराष्ट्र ने आयुर्वेद, पर्यटन, कृषि और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) जैसे क्षेत्रों में कौशल विकास और रोजगार सृजन के अवसरों पर अपने विचार साझा किए। गोपाल कृष्णन, CEO, SASPL बिहार ने बिहार में कौशल विकास का खाका प्रस्तुत किया, जिसमें युवाओं की भागीदारी को केंद्र में रखा गया। प्रेम शर्मा, महाप्रबंधक, ILCS ने ग्रामीण FMCG और औद्योगिक विकास के लिए रणनीतियों पर प्रकाश डाला। मोहन देवदास पोलियेदथ, SHIMJA ग्लोबल लॉजिस्टिक्स प्रा. लि. ने “लोकल टू ग्लोबल” दृष्टिकोण के अंतर्गत लॉजिस्टिक्स और निर्यात बढ़ाने के व्यावहारिक मॉडल प्रस्तुत किए। गौरव चौधरी, GTQ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने फसल पूर्वानुमान, स्वास्थ्य निदान और परिवहन अनुकूलन के लिए AI आधारित उपकरणों का प्रदर्शन किया। संदीप गुप्ता, चेयरमैन, होस्टेज इंडिया ने ग्रामीण परिवहन के लिए उपयुक्त ई-रिक्शा आधारित EV समाधान प्रस्तुत किए। वरुण कुमार सिंह ने हिंदुस्तान स्काउट्स एंड गाइड्स द्वारा ग्रामीण समुदायों में नेतृत्व निर्माण और नागरिक जिम्मेदारी के विकास में किए जा रहे योगदान पर चर्चा की। वसंत मारुति भोइर, राज्य अध्यक्ष (महाराष्ट्र), ILCS ने ILCS की सहकारी पहलों और ग्रामीण क्षेत्रों को सशक्त बनाने के प्रयासों को रेखांकित किया।
सम्मेलन का समापन जे. के. सिंह द्वारा कार्यशाला सारांश और MOU घोषणाओं के साथ हुआ, जो भविष्य में ग्रामीण विकास के प्रभावी समाधान के लिए साझेदारियों को बढ़ावा देगा। मुख्य अतिथि प्रो. टी. एन. सिंह, निदेशक, आईआईटी पटना ने सम्मेलन की बहुविषयी संरचना की सराहना की और आईआईटी पटना की ग्रामीण केंद्रित अनुसंधान और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया। होस्टेज इंडिया, जो कि ‘बादशाह’ ई-रिक्शा के निर्माता हैं, ने आईआईटी पटना के साथ अनुसंधान, विकास और तकनीकी सहयोग में गहरी रुचि व्यक्त की। अपने समर्थन के प्रतीक स्वरूप, श्री संदीप गुप्ता, चेयरमैन, ने FIST, आईआईटी पटना को दो ई-रिक्शा दान किए।
कार्यक्रम का समापन डॉ. प्रवीण कुमार, CEO, FIST, आईआईटी पटना द्वारा दिए गए धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने सभी विशिष्ट अतिथियों, वक्ताओं और प्रतिभागियों के योगदान के लिए आभार व्यक्त किया और सम्मेलन को सफल बनाने के लिए सभी का धन्यवाद किया।